चीनी मिल चालू नहीं है सभी किसान कोल्हुओं पर गन्ना डाल रहे हैं कब चालू किया जाएगा चीनी मिल किसानों ने उठाई मांग

Sugar Mill 2023-24:  चीनी मिल के पेराई सत्र शुरू होने की तिथि तय नहीं होने से किसानों में बेचैनी बढ़ती जा रही है, वहीं पिछले साल का भुगतान नहीं मिलने से किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है वहीं किसानों ने खेतों में खड़े गन्ने को कम कीमत पर कोल्हुओं पर डालना शुरू कर दिया है

कोल्हू संचालकों को सस्ती दरों पर गन्ना बेचने को मजबूर हैं।

सिंभावली शुगर मिल पर पिछले पेराई सत्र का करीब 166 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान अभी भी बकाया है। मिल से भुगतान न मिलने से क्षेत्रीय किसान आर्थिक संकट में हैं। इसके चलते गन्ना किसान कर्ज चुकाने समेत घरेलू खर्च के लिए कोल्हू संचालकों को सस्ती दरों पर गन्ना बेचने को मजबूर हैं। पिछले साल चीनी मिल का पेराई सत्र दो नवंबर को शुरू हुआ था। लेकिन चीनी मिल की ओर से अभी तक कोई तैयारी शुरू नहीं की गई है जिससे किसानों को इस बार भी पेराई सत्र शुरू होने में देरी का खतरा मंडरा रहा है। किसानों का कहना है कि मिल न चलने से कोल्हू चलाने वाले मजबूरन 220 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की दर से ही गन्ना बेच रहे हैं, जिससे मुनाफा तो दूर, वे लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं

अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पेराई सत्र शुरू हो जाएगा

मिल का पेराई सत्र शुरू करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पेराई सत्र शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा किसानों का बकाया गन्ना भुगतान भी लगातार किया जा रहा है। करन सिंह, सीजीएम, चीनी मिल

गेहूं की बुआई के लिए खेत खाली करने के लिए जल्दी करें

किसान सस्ते में गन्ना कोल्हुओं में डाल रहे हैं। कोल्हुओं पर गन्ने की कीमत 230 से 250 रुपये प्रति क्विंटल चल रही है, जबकि राज्य सरकार ने अगेती प्रजाति के गन्ने की कीमत 350 रुपये प्रति क्विंटल घोषित की है.

जिले की सभी छह चीनी मिलों ने पेराई शुरू कर दी है, लेकिन कुछ किसान कम दाम पर गन्ना कोल्हुओं में डाल रहे हैं। इसका मुख्य कारण रबी फसलों की बुआई के लिए खेतों को जल्दी से खाली करना और दैनिक आर्थिक जरूरतों को पूरा करना है। इसके अलावा चीनी मिलों द्वारा किसानों को समय पर गन्ना मूल्य का भुगतान न करना भी एक बड़ा कारण है। जिले के किसानों का अभी भी चार चीनी मिलों पर करीब 240 करोड़ रुपये बकाया है। किसान अपने रोजमर्रा के खर्चों के लिए कम कीमत पर गन्ना खरीद रहे हैं और कोल्हुओं पर नकदी जमा कर रहे हैं।

Sugar Mill 2023-24

चीनी मिल चालू नहीं है सभी किसान कोल्हुओं पर गन्ना डाल रहे हैं

सभी किसान
कोल्हुओं पर गन्ना डाल रहे हैं
कोल्हुओं पर गन्ने की कीमत
230 से 250 रुपये प्रति क्विंटल चल रही है
वर्ष
2023-24
लाभार्थी
राज्य के खेतिहर गन्ना उत्पादक किसान
गन्ना पर्ची कैलेंडर देखने की प्रक्रिया
Online
उद्देश्य
प्रक्रिया में पारदर्शिता
लाभ
सभी किसानों का समय की बचत
श्रेणी
उत्तर प्रदेश सरकारी योजनाएं
आधिकारिक वेबसाइट
https://caneup.in

किसान उत्तर प्रदेश सरकार से भी गन्ने की कीमतों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की

उम्मीद कर रहे हैं पिछले वर्ष कोल्हू लगने के समय गन्ने का मूल्य 250 से 260 रुपये प्रति क्विंटल था। इस बार गन्ने की खरीद 300 से 310 रुपये प्रति क्विंटल पर शुरू हुई है गन्ने से गुड़ भी कम निकल रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार भले ही गन्ने की कीमतों में बढ़ोतरी कर दे लेकिन कोल्हुओं पर खरीद पिछले साल के मुकाबले 50 रुपये की बढ़ोतरी के साथ शुरू हो गई है शुरुआत में गन्ने का दाम 300 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया हालांकि दो दिन बाद कीमतों में गिरावट आई है, लेकिन नवरात्र के दौरान अधिकांश कोल्हू चलने से कीमतें और बढ़ेंगी।

नवंबर के पहले सप्ताह में चीनी मिलों का पेराई सत्र शुरू हो जाएगा।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना बेल्ट में अभी गन्ना पूरी तरह से मीठा नहीं हुआ है और चीनी मिलों का पेराई सत्र इसी माह के आखिरी और नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू हो जाएगा, लेकिन क्षेत्र के आर्थिक रूप से कमजोर गन्ना किसानों की क्रशर पर सस्ते दाम. लेकिन वह अपना गन्ना बेचने को मजबूर हैं. वह गुड़ और चीनी के उत्पादन के लिए पूरे एशिया में प्रसिद्ध हैं। आर्थिक लाभ के कारण कोल्हू मालिक चीनी मिलों का पेराई सत्र शुरू होने से डेढ़ माह पहले ही कोल्हू चलाना शुरू कर देते हैं और चीनी मिलें चलने से पहले ही औने-पौने दाम पर गन्ना खरीदकर गुड़ बाजार में बेच देते हैं। और चीनी निकाल दीजिये.

इस बार भी यही बात सामने आई है

सहारनपुर के गन्ना उत्पादक ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों कोल्हू लग गये हैं और बाजारों में नई चीनी और गुड़ की महक आने लगी है। सहारनपुर का गुड़ पूरे देश में जाता है और गुड़ का कारोबार जोर पकड़ने लगा है। देवबंद क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में क्रेशर शुरू हो गए हैं। बड़गांव क्षेत्र में लगे कई कोल्हुओं पर किसानों का गन्ना मिलना शुरू हो गया है। छोटे किसान अपना घरेलू खर्च चलाने के लिए इन पर गन्ना डाल रहे हैं। क्षेत्र के देवबंद-नानौता मार्ग पर बड़गांव से लेकर महेशपुर तक कुल तीन किलोमीटर क्षेत्र में हर साल एक दर्जन से अधिक गन्ना कोल्हू संचालित होते रहे हैं।

चीनी मिल न चलने से वे कम दाम पर गन्ना बेचने को मजबूर हैं

इस बार भी कच्ची मिठाई के व्यापारियों ने गन्ना कोल्हू लगाकर गुड़, चीनी आदि बनाना शुरू कर दिया है। चीनी मिल न चलने से वे कम दाम पर गन्ना बेचने को मजबूर हैं। वैसे तो देवोत्थान एकादशी पर गन्ने से देवताओं की पूजा करने के बाद गन्ना खाने और उसका रस पीने की परंपरा है, लेकिन क्षेत्र में गन्ने की अधिक पैदावार और व्यावसायिक मजबूरियों के कारण देवोत्थान से पहले ही गन्ने की पेराई शुरू हो जाती है। हालांकि अभी तक देवबंद और नानौता चीनी मिलें शुरू नहीं हो सकी हैं। इसके बावजूद कोल्हुओं पर तेजी से गन्ना खरीदा जाने लगा है।

चीनी मिल नहीं चलने का फायदा क्रशर संचालक उठा रहे हैं

चीनी मिल न चलने का फायदा क्रशर संचालक भी उठा रहे हैं और 250 से 270 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीद रहे हैं, जबकि मिल 350 रुपये प्रति क्विंटल की दर से ही गन्ना खरीदेगी क्योंकि राज्य सरकार की ओर से अभी तक गन्ने का रेट घोषित नहीं किया गया है इसलिए छोटे किसानों को घर का खर्च चलाने के लिए गन्ना बेचने और बरसीम आदि की बुआई के लिए अपने खेत खाली करने के लिए जानवरों के चारे के लिए मजबूर होना पड़ता है।

सितंबर माह में शुरू होने वाली गन्ना पेराई अप्रैल-मई तक चलती है।

गांवों के लोग चीनी के सेवन से परहेज करते हुए गुड़, चीनी और रवा खाना पसंद करते हैं। गुड़ में तिल, मूंगफली, घी, सोंठ आदि मिलाकर उसका पेस्ट बनाकर रिश्तेदारों को भी दिया जाता है। ग्रामीण गुड़ और चीनी को कच्ची मिठाई मानते हैं। लोगों का यह भी मानना है कि गुड़ खाने से शरीर स्वस्थ रहता है। बीमारियों से बचाता है. कोल्हू संचालक सुखबीर सिंह, नेत्रपाल जयचंद श्याम सिंह छोटा भोला, कामिल, वहाब मंगा काला आदि का कहना है कि कोल्हू पर गुड़ चीनी बनाने से उन्हें छह माह का रोजगार मिलता है, जिससे उनका साल भर का खर्च चल जाता है।

UP Ganna Parchi Calendar 2023-24

उत्तर प्रदेश में अगले पेराई सत्र की तैयारियां शुरू हो गई हैं। और अब चीनी मिलें पेराई सत्र शुरू होने की संभावित तारीख की भी घोषणा कर रही हैं शामली मिल प्रबंधन अपर दोआब चीनी मिल ने पेराई सत्र 2023-24 की तैयारी पूरी कर ली है। अपर दोआब चीनी मिल के यूनिट हेड और उपाध्यक्ष सुशील चौधरी ने कहा कि इस सीजन में चीनी मिल अपना नया पेराई सत्र 20-25 अक्टूबर के बीच शुरू करेगी चीनी मिल ने भुगतान के लिए बैंकों से 40 करोड़ रुपये के ऋण के लिए आवेदन किया है. किसानों को ऋण मिलने के बाद शीघ्र ही किसानों को पूरा भुगतान कर दिया जाएगा। ऋण न मिलने पर शामली चीनी मिल 31 जनवरी तक किसानों को गन्ने का बकाया भुगतान कर देगी।

चीनी मिलों नाम और उनकी वेबसाइट

जनपद का नाम 
चीनी मिल नाम 
आधिकारिक वेबसाइट
सहारनपुर
देवबन्द
www.kisaan.net/
सरसावा (सहकारी)
www.upsugarfed.org
ननौता (सहकारी)
www.upsugarfed.org
गागनौली
www.bhlcane.com
शेरमऊ
www.kisaan.net
मुजफ्फरनगर
मन्सूरपुर
www.krishakmitra.com
खतौली
www.kisaan.net/
रोहाना
www.kisaan.net
मोरना (सहकारी)
www.upsugarfed.org
तितावी
www.kisaan.net
टिकौला
www.kisaan.net
बुढाना
www.bhlcane.com
खाईखेडी
www.kisaan.net
शामली
ऊन
www.kisaan.net
थानाभवन
www.bhlcane.com
शामली
www.kisaan.net
मेरठ
सकौती
www.kisaan.net
दौराला
www.kisaan.net
मवाना
www.kisaan.net
किनौनी
www.bhlcane.com
नगलामल
www.kisaan.net
बागपत
रमाला (सहकारी)
www.upsugarfed.org
मलकपुर
www.kisaan.net
गाज़ियाबाद
मोदीनगर
www.kisaan.net
हापुड़
सिम्भावली
www.kisaan.net
ब्रजनाथपुर
www.kisaan.net
बुलन्दशहर
अनूपशहर (सहकारी)
www.upsugarfed.org
अगौता
www.kisaan.net
साबितगढ
www.kisaan.net
बिजनौर
धामपुर
www.krishakmitra.com
स्योहारा
www.kisaan.net
बिजनौर
www.wavesuger.com
चान्दपुर
www.pbsfoods.in
स्नेहरोड (सहकारी)
www.upsugarfed.org
बहादुरपुर
www.kisaansoochna.dwarikesh.com
बरकतपुर
www.kisaan.net
बुन्दकी
www.kisaansoochna.dwarikesh.com
बिलाई
www.bhlcane.com
अमरोहा
चंदनपुर
www.kisaan.net
धनुरा
www.wavecane.in
गजरौला (सहकारी)
www.upsugarfed.org
मुरादाबाद
रानीनागल
www.kisaan.net
बिलारी
www.shreeajudhiasugar.com/
अगवानपुर
www.dewansugarsindia.com
बेलवाडा
www.kisaan.net
संभल
असमौली
www.krishakmitra.com
रजपुरा
www.krishakmitra.com
रामपुर
बिलासपुर
www.upsugarfed.org
मि.नरायनपुर
www.kisaan.net
करीमगंज
www.kisaan.net
पीलीभीत
पीलीभीत
www.lhsugar.in
बीसलपुर (सहकारी)
www.upsugarfed.org
पूरनपुर (सहकारी)
www.upsugarfed.org
बरखेडा
www.bhlcane.com
बरेली
बहेडी
www.kisaan.net
सेमिखेरा (सहकारी)
www.upsugarfed.org
मीरगंज
www.krishakmitra.com
नवाबगंज
www.oswalsugar.com
फ़रीदपुर
www.kisaansoochna.dwarikesh.com
बदायूँ
बिसौली
www.kisaan.org
बदायूँ (सहकारी)
www.upsugarfed.org
कासगंज
न्योली
www.kisaan.org
शाहजहाँपुर
रोज़ा
www.kisaan.net/
तिहार (सहकारी)
www.upsugarfed.org
निगोही
www.kisaan.net
मकसूदापुर
www.bhlcane.com
पुवायां (सहकारी)
http://www.upsugarfed.org/
हरदोई
रूपापुर
www.dsclsugar.com
हरियावा
www.dsclsugar.com
लोनी
www.dsclsugar.com
लखीमपुर
गोला
www.bhlcane.com
ऐरा
www.kisaan.net
पलिया
www.bhlcane.com
बेलराया (सहकारी)
www.upsugarfed.org
सम्पूर्नानगर (सहकारी)
www.upsugarfed.org
अजबापुर
www.dsclsugar.com
खम्भारखेडा
www.bhlcane.com
कुम्भी
www.bcmlcane.com
गुलरिया
www.bcmlcane.com
सीतापुर
हरगाँव
www.kisaan.net
बिसवाँ
www.gannakrishak.in
महमूदाबाद (सहकारी)
www.upsugarfed.org
रामगढ
www.kisaan.net
जवाहरपुर
www.kisaan.net
फर्रुखाबाद
करीमगंज
www.upsugarfed.org
बाराबंकी
हैदरगढ
www.bcmlcane.in/kisaan-suvidha
फैज़ाबाद
रोजागांव
www.bcmlcane.in/kisaan-suvidha
मोतीनगर
www.kisaan.net
अम्बेडकरनगर
मिझोडा
www.bcmlcane.in/kisaan-suvidha
सुल्तानपुर (सहकारी)
सुल्तानपुर
www.upsugarfed.org
गोण्डा
दतौली
www.bcmlcane.in
कुन्दरखी
www.bhlcane.in
मैजापुर
www.bcmlcane.in
बहराइच
जरवलरोड
www.kisaan.net
नानपारा (सहकारी)
www.upsugarfed.org
चिलवरिया
www.kisaan.net
परसेंडी
www.parlesugar.com
बलरामपुर
बलरामपुर
______
तुलसीपुर
www.bcml.in
इटईमैदा
www.bhlcane.in
बस्ती
बभनान
www.bcmlcane.in
वाल्टरगंज
www.bhlcane.com
रुधौली
www.bhlcane.com
महाराजगंज
सिसवाबाज़ार
www.kisaan.net
गडोरा
www.jhvsugar.in/
देवरिया
प्रतापपुर
www.bhlcane.com
कुशीनगर
हाटा
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कप्तानगंज
www.kisaan.net
खड्डा
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रामकोला (पी.)
www.kisaan.net
सेवरही
www.kisaan.net
मऊ
घोसी
www.upsugarfed.org
आजमगढ़
सठिओं (सहकारी)
www.upsugarfed.org

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